लिंग
लिंग
लिंग का शाब्दिक अर्थ है - चिन्ह
लिंग के प्रकार - लिंग दो प्रकार के होते हैं
1.पुल्लिंग 2.स्त्रीलिंग
1.पुल्लिंग - पुरुष जाति का बोध होता है |
- सभी दिनों के नाम, सभी वृक्षों के ,सभी पर्वतों के नाम ,सभी नक्षत्र ,ग्रह ,दिशा पुल्लिंग होते हैं |
- किडनी और नस को छोड़कर शरीर के सभी अंग पुल्लिंग होते हैं |
- चांदी, मोती छोड़कर सभी धातुएं पुल्लिंग होते हैं |
- पृथ्वी अपवाद स्वरूप स्त्रीलिंग है |
- एरा, दान, वाला, खाना, बाज,वान तथा शील प्रत्यय वाले शब्द पुल्लिंग होते हैं | जैसे - सपेरा, लुटेरा, खानदान, दूधवाला, धोखेबाज, बलवान, सुशील इत्यादि
- अर्थी तथा दाता प्रत्यय वाले शब्द पुल्लिंग होते हैं | जैसे - विद्यार्थी, मतदाता, रक्तदाता, अभ्यर्थी |
- कुछ महत्वपूर्ण पुलिंग शब्द -आत्मा, मन, प्राण, वायु, दर्शन, पानी आदि |
2.स्त्रीलिंग - स्त्री जाति का बोध होता है |
- सभी लिपि, नदी, ऋतुएं स्त्रीलिंग है | जैसे - देवनागरी, गंगा, यमुना आदि |
पुल्लिंग स्त्रीलिंग
लेखक लेखिका
कवि कवियत्री
सम्राट सम्राज्ञी
राजा रानी
सिंह सिंहनी
हाथी हथनी
मेंढक मेंढकी
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